Breaking News
पत्रकारों के लिए मुख्यमंत्री धामी की पहल — देहरादून में विशेष स्वास्थ्य कैम्प का आयोजन
पत्रकारों के लिए मुख्यमंत्री धामी की पहल — देहरादून में विशेष स्वास्थ्य कैम्प का आयोजन
मुख्यमंत्री धामी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से की मुलाकात
मुख्यमंत्री धामी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से की मुलाकात
उत्तराखंड में हवाई कनेक्टिविटी को मिलेगी रफ्तार
उत्तराखंड में हवाई कनेक्टिविटी को मिलेगी रफ्तार
खाने के बाद नहाना क्यों है नुकसानदायक? आइये जानते हैं इसके कारण
खाने के बाद नहाना क्यों है नुकसानदायक? आइये जानते हैं इसके कारण
नंदा राजजात यात्रा में यात्रा मार्ग पर दूरसंचार की व्यवस्थाओं के साथ डिजिटल ट्रेकिंग सिस्टम बनाया जाए- मुख्यमंत्री
नंदा राजजात यात्रा में यात्रा मार्ग पर दूरसंचार की व्यवस्थाओं के साथ डिजिटल ट्रेकिंग सिस्टम बनाया जाए- मुख्यमंत्री
हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में टॉप करने वाले विद्यार्थी एक दिन के लिए बनेंगे डीएम और एसपी
हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में टॉप करने वाले विद्यार्थी एक दिन के लिए बनेंगे डीएम और एसपी
“केवल 33% लोगों के लिए सरकार!” अग्निमित्रा पॉल का ममता बनर्जी पर बड़ा हमला
“केवल 33% लोगों के लिए सरकार!” अग्निमित्रा पॉल का ममता बनर्जी पर बड़ा हमला
उत्तराखण्ड को उच्च आय राज्य बनाने की दिशा में सार्थक पहल
उत्तराखण्ड को उच्च आय राज्य बनाने की दिशा में सार्थक पहल
एकल महिला स्वरोजगार योजना के लिए आवेदन 18 जून से शुरू- रेखा आर्या
एकल महिला स्वरोजगार योजना के लिए आवेदन 18 जून से शुरू- रेखा आर्या

कौन हैं विक्रम मिस्री जिन्होंने संभाला देश के नए विदेश सचिव का पद ?

कौन हैं विक्रम मिस्री जिन्होंने संभाला देश के नए विदेश सचिव का पद ?

नई दिल्ली। देश के अगले विदेश सचिव कौन होंगे इसकी अभी हाल ही में घोषणा हुई थी. केंद्र सरकार ने डिप्टी NSA विक्रम मिस्री को भारत का अगला विदेश सचिव बनाने का ऐलान किया था. घोषणा के कुछ दिन मिस्री ने सोमवार को देश के नए विदेश सचिव का पदभार संभाल लिया है. उन्होंने ऐसे वक्त में यह महत्वपूर्ण पद संभाला है, जब भारत कई भू-राजनीतिक चुनौतियों से निपटने की कोशिश कर रहा है. जिसमें पूर्वी लद्दाख सीमा पर जारी गतिरोध के बाद चीन के साथ उसके तनावपूर्ण संबंध और रूस-यूक्रेन संघर्ष के परिणाम भी शामिल हैं.

विक्रम ने 3 प्रधानमंत्रियों के निजी सचिव के रूप में भी काम किया
आपको बता दें कि विक्रम मिस्री विदेश मंत्रालय, प्रधानमंत्री कार्यालय और यूरोप, अफ्रीका, एशिया व उत्तर अमेरिका में विभिन्न भारतीय दूतावासों में कई पदों पर कार्य कर चुके हैं. उन्हें तीन प्रधानमंत्रियों- इंदर कुमार गुजराल, मनमोहन सिंह और नरेन्द्र मोदी के निजी सचिव के रूप में काम करने का अनुभव है. विदेश मंत्रालय के नियमों के मुताबिक, मिस्री का विदेश सचिव के तौर पर न्यूनतम दो साल का कार्यकाल होना तय है.

2019 से 2021 तक चीन में भारत के राजदूत रह चुके हैं मिस्री
मिस्री राष्ट्रीय उप सुरक्षा सलाहकार नियुक्त किए जाने से पहले 2019-2021 तक चीन में भारत के राजदूत के तौर पर काम कर चुके थे. ऐसा माना जाता है कि मिस्री ने जून 2020 में गलवान घाटी में झड़पों के कारण पैदा हुए तनाव के बाद भारत और चीन के बीच वार्ता में अहम भूमिका निभाई. गलवान घाटी में भीषण झड़प के बाद दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव पैदा हो गया. यह दशकों में दोनों पक्षों के बीच सबसे गंभीर सैन्य संघर्ष था.

चीन के अलावा और किन देशों में विक्रम ने काम किया?
देश के नए विदेश सचि अपने शानदार करियर में मिस्री स्पेन (2014-16) और म्यांमा (2016-18) में भारत के राजदूत भी रहे. इसके अलावा उन्होंने पाकिस्तान, अमेरिका, जर्मनी, बेल्जियम और श्रीलंका समेत कई भारतीय दूतावासों में विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दीं.

श्रीनगर में जन्म और दिल्ली आकर पढ़ाई
आपको बता दें कि विक्रम मिस्री का जन्म श्रीनगर में हुआ और उनकी प्रारंभिक शिक्षा वहीं (बर्न हॉल स्कूल और डीएवी स्कूल) हुई. उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा ग्वालियर में सिंधिया स्कूल से पूरी की. इसके बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिंदू कॉलेज से इतिहास में स्नातक की डिग्री ली और जमशेदपुर के एक्सएलआरआई से MBA किया. सरकारी सेवा से पहले उन्होंने विज्ञापन और विज्ञापन फिल्म निर्माण के निजी क्षेत्र में तीन साल तक काम किया. फिर उन्होंने डॉली मिस्री से शादी की और उनसे दो बच्चे हुए.

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top